हेल्थ मैनेजमेंट में एमबीए है बेहतर करियर विकल्प, विदेश में भी मिल सकते हैं जॉब के अवसर
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By Admin
Published - 24 February 2022 141 views
नई दिल्ली। हेल्थकेयर सेक्टर पिछले वर्षों की अपेक्षा काफी डिमांड में है। खासतौर पर, जब से कोविड-19 जैसी महामारी ने दुनिया भर में अपने पांव पसारे, उसके बाद से तो इस सेक्टर की तमाम खामियां तो सामने आई हीं हैं लेकिन इसके साथ-साथ ही पैदा हुए करियर के अन्य विकल्प भी। इनमें से ही एक है, एमबीए इन हेल्थमैनेजमेंट (MBA in Health Management)। इस डिग्री को हासिल करने के बाद युवा विभिन्न सेक्टरों जैसे- हेल्थ इंश्योरेंस (Health insurance), हेल्थकेयर आईटी (Healthcare IT) और हॉस्पिटल एडमिनिस्ट्रेशन (Hospital administration) में अपना भविष्य संवार कर सकते हैं। आइए जानते हैं इस क्षेत्र से जुड़ी जरूरी बातें।
इस फील्ड में आगे बढ़ने के लिए युवाओं के पास उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय / संस्थान से ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। इसके बाद हेल्थमैनेजमेंट में एमबीए की डिग्री होनी चाहिए। यह डिग्री बहुत विविध और पूरी दुनिया में एक उभरता हुआ क्षेत्र है। इसके साथ ही इस फील्ड में करियर बनाने वाले युवाओं के लिए खास बात यह है कि इस क्षेत्र में जॉब के मौके केवल सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और कई अन्य जैसे विकसित देशों में भी ऐसे व्यक्तियों की भारी मांग है। एमबीए हेल्थकेयर मैनेजमेंट में औसत शुरुआती वेतन लगभग 5 लाख रुपये प्रति वर्ष है और जैसे-जैसे करियर आगे ग्रोथ करता है यह पैकेज 20 लाख रुपये प्रति वर्ष तक भी जा सकता है। वहीं इस कोर्स में दाखिले के लिए स्टूडेंट्स को संबंधित संस्थान में प्रवेश लेना होगा।
MBA in Health Management: यहां हैं करियर के विकल्प
ह्यूमन रिसोर्स
पेशेंट केयर सर्विस
हॉस्पिटल सीईओ
हॉस्पिटल सीएफओ
Claims मैनेजर
मेडिकल प्रैक्टिकस मैनेजर
ये होगी सैलरी
मेडिकल प्रैक्टिकस मैनेजर के पद पर चयनित होने वाले उम्मीदवारों को (Medical practice manager) 5 लाख प्रति वर्ष अधिकतम आय होगी। वहीं फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट मैनेजर (Pharmaceutical product manager) के पद पर सेलेक्टड अभ्यर्थी 6-7 लाख प्रति वर्ष और हॉसपटिल सीएफओ और सीईओ 10-20 लाख प्रति वर्ष सैलरी दी जाएगी।
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