डिजिटल अरेस्ट:-आजकल ऑनलाइन ठगी के शिकार हो रहे हैं आम से लेकर खास लोग।
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By Admin
Published - 08 November 2024 96 views
सावधान! आज कल फर्जी पुलिसवालों की गैंग, निशाने पर आम जन सहित बड़े लोग किसी को रेपिस्ट तो किसी को आतंकवादी बताकर लूटे रहे हैं करोड़ों रुपए। एसे में आपको जागरूक रहना जरूरी है।
अनजान नंबरों से वीडियो कॉल रिसीव करते ही सामने दिखता है पुलिस की वर्दी में एक शख्स। पीछे दीवार पर महापुरुषों की तस्वीरें। ये देखते ही कॉल रिसीव करने वाला हड़बड़ा जाता है- मैंने ऐसी क्या गलती कर दी कि पुलिस ने कॉल किया है। इसी का फायदा उठाते हैं डिजिटल अरेस्ट करने वाले लुटेरे। ये लुटेरे पुलिस ऑफिसर बनकर डराते हैं, कई-कई घंटे घर में कैद रहने को मजबूर करते हैं। देशद्रोही, आतंकी, रेपिस्ट बताकर लाखों-करोड़ों रुपए लूट लेते हैं।
जानें क्या होता है डिजिटल अरेस्ट:-
- ये साइबर ठगी का नया तरीका है। आरोपी वॉट्सऐप या अन्य किसी माध्यम से वीडियो कॉल करते हैं। ये पुलिस की वर्दी में होते हैं या खुद को CBI अधिकारी बताते हैं। बैकग्राउंड में आपको थाने का पूरा सेटअप दिखेगा।
- लुटेरे इस बात का विश्वास दिलाते है कि आप पर जो आरोप लगे हैं, उसका वे ऑनलाइन समाधान कर देंगे। इस पर पीड़ित को लगता है कि इस चंगुल में छूट जाएगा।
- झूठे सबूतों के जरिए डराते हैं कि-आपके अकाउंट से आतंकवादियों को पैसे दिए गए हैं। एयरपोर्ट पर आपके नाम का जो पार्सल मिला है उसमें ड्रग है। मनी लॉन्ड्रिंग के नाम भी डराते हैं।
- वीडियो कॉल के जरिए पीड़ित की मॉनिटरिंग करते हैं और उसे हिलने तक नहीं देते। जैसे-जैसे आप डरना शुरू करेंगे वैसे - वैसे ठग की आवाज तेज होती जाएगी।
- आपको केस में फंसाने की धमकी देना शुरू कर दिया जाएगा। जांच के नाम पर आपको वॉट्सऐप पर लैटर भेजा जाएगा।
- आपसे कहा जाएगा आपके खातों के सभी पैसों को सरकारी ऐजेंसी के गुप्त खातों में ट्रांसफर किया जा रहा है।
- इसकी जांच के बाद यह पैसा लौटा दिया जाएगा। पैसा ट्रांसफर होने के दो तीन घंटे बाद तक भी आपको कैमरे के सामने ही बैठने के लिए मजबूर किया जाएगा।
- इससे आपके खातों से ट्रांसफर हुए पैसों को अलग-अलग खातों में ट्रांसफर कर निकालने के लिए उन्हें समय मिल जाएगा।
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